बिहार की राजनीति में कई ऐसे दिग्गज हैं... जिनकी चर्चा न की जाए तो लगता है राजनीति का ये अखाड़ा बेरंग हो गया है.... पहले चरण से लेकर पांचवे चरण तक जब दिग्गजों की लाइन लगी हो तो फिर छठा चरण दिग्गजों का अखाडा़ कैसे नहीं बनता।
छठे चरण में सबसे पहले जिस दिग्गज के बारे में हम चर्चा करेंगे वो हैं...आरजेडी के अजित चौधरी....अजित चौधरी के बारे में बता दे कि वो चार बार लगातार चुनाव जीत चुके हैं और ब्रम्हपुर विधानसभा सीट से पांचवी बार विधानसभा पहुंचने की कोशिश में हैं...अजित चौधरी आरजेडी सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
दिग्गजों की कतार में एक ऐसे पहलवान का नाम भी आता है....जो अकेले ही मैदान में सबको शिकस्त देने की ताकत रखते हैं...हम बात कर रहे हैं डुमरांव सीट से खड़े ददन पहलवान की...तीन बार निर्दलीय चुनाव जीतने वाले ददन पहलवान इस बार जेडीएस का झंडा बुलंद किये हुए हैं।
आरजेडी सांसद जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह भी पिता की वजह से दिग्गजों की कतार में शामिल हैं....पिता आरजेडी में हैं लेकिन बेटे को बीजेपी का झंडा रास आ रहा है....अब देखना ये हैं कि मोहनिया सीट पर वो क्या कमाल दिखाते हैं।
नीतीश सरकार में मंत्री रहे छेदी पासवान की किस्मत भी दाव पर लगी है....वो नोखा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं...छेदी पासवान के सामने आरजेडी की दिग्गज नेता कांति सिंह हैं....जो केंद्र में आरजेडी के टिकट पर मंत्री रह चुकी हैं...।
दिग्गजों की लिस्ट में अगला नाम आता है अवधेश नारायण सिंह का जो डेहरी विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं....अवधेशन नारायण सिंह नीतीश सरकार में मंत्री रहे हैं।
आरजेडी की सरकार में मंत्री रहे इलियास हुसैन भी दिग्गज उम्मीदवारों की सूचि में शामिल हैं...जो डेहरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.... आरजेडी के प्रवक्ता शकील अहमद की किस्मत का फैसला भी छठे चरण में ही होना है...वो गुरूआ विधानसभा सीट से अपने विरोधियों को टक्कर दे रहे हैं...।
देखना ये है कि जब चौबीस नंवबर को ईवीएम का ताला खुलता है तो इन सभी दिग्गजों का क्या हस्र होता है।
2 टिप्पणियां:
Khabar achchhi hai. Dhanyawad
कृपया वर्ड वेरिफिकेसन हटा ले तो कमेन्ट देने मे आसानी रहेगी. ( setting - comment - show word verification-no)
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