18 नवंबर 2010

बक्सर में नहीं चलता नक्सलियों का राज

छठे चरण में बक्सर ही एक मात्र ऐसा जिला है...जहां नक्सलियों का राज नहीं चलता.... बाकी के सभी चार जिले नक्सल प्रभावित जिले हैं...औऱ यहां कभी भी नक्सली किसी भी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
नक्सलियों के किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए चुनाव आय़ोग की तरफ से सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किये गये हैं....सभी पोलिंग बूथ पर केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है....और पेट्रोलिंग टीम को भी मजबूत किया गया है।
इतना ही नहीं सुरक्षा के मद्देनजर चुनाव आयोग ने छब्बीस में से अठारह सीटों पर सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक ही मतदान कराने का फैसला लिया है....जबकि आठ सीटों पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होंगे।
इससे पहले महज 6 नक्सल प्रभावित विधानसभा सीटों के लिए मतदान का समय शाम तीन बजे तक रखा गया था... लेकिन बाद में सुरक्षा के लिहाज से गया और औरंगाबाद जिले के औरंगाबाद और नोखा विधानसभा सीटों के लिए भी मतदान के समय को घटा दिया गया.... इन दोनों क्षेत्रों में अब पांच बजे के बजाय तीन बजे तक ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
आपको बता दे कि छठे चरण के लिए सभी 6,761 मतदान केन्द्रों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है....जबकि इससे पहले के पांच चरण में सत्तर से अस्सी फीसदी बूथों पर ही अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाती थी।

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