बिहार के फाइनल का आखिरी महासंग्राम चल रहा है.... पहले के पांच महासंग्राम की तरह छठे महासंग्राम में भी ऐसे उम्मीदवारों की भरमार है.... जिनपर भारतीय दंड संहिता के तहत मुकदमे चल रहे हैं या फिर जो आपराधिक प्रवृति के हैं।
छठे चरण में भी राजनीतिक पार्टियों ने दिल खोलकर दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है.... इस चरण के दौ सौ इक्यानवें में से सौ लोगों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं।
नेशनल इलेक्शन वॉच की बिहार इकाई की रिपोर्ट के मुताबिक छठे चरण में बीजेपी के दस में से आठ......एलजेपी के चार में से तीन....जेडीयू के सोलह में से नौ....बीएसपी के छब्बीस में से ग्यारह.....आरजेडी के बाईस में से नौ और कांग्रेस के छब्बीस में से नौ उम्मीदवार ऐसे हैं जिनपर किसी न किसी थाने में मुकदमा दर्ज है।
नेशनल इलेक्शन वॉच ने ये भी बताया है कि इन दो सो इक्यानवें प्रत्याशियों में से साठ उम्मीदवार महज मैट्रिक यानी की दसवीं पास हैं....जबकि छब्बीस उम्मीदवार तो ऐसे हैं जो आठवी तक ही पढ़े लिखे हैं.....इतना ही नहीं नौ उम्मीदवार तो ऐसे हैं जो महज साक्षर हैं...यानि इन नौ उम्मीदवारों को महज हस्ताक्षर करना भर आता है।
हालांकि छठे चरण उन्नचालीस ऐसे भी उम्मीदवार हैं जिनके पास स्नाकोत्तर डिग्री है और तीरसठ उम्मीदवार ग्रेजुएट हैं.... ।
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