08 जनवरी 2011

राजकिशोर केसरी....


पूर्णिया से लगातार चार बार विधायक बनने वाले शहर के लोकप्रिय नेता राजकिशोर केसरी की हत्या एक बड़ा सवाल छोड़ गई है...भारतीय जनता पार्टी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति की शुरूआत करने वाले राजकिशोर केसरी बिहार के विधायकों में एक जाने माने नाम थे...पिछली बार एनडीए शासन काल में वे सत्तारुढ दल के सचेतक भी थे...राजकिशोर केसरी का घर पूर्णिया के मधुबनी मुहल्ले में है...और उनका परिवार शराब के व्यवसाय से जुड़ा है...राजकिशोर केसरी पूर्णिया में जितने लोकप्रिय थे...विवादों से भी उनका उतना ही नाता है...मई 2010 में पूर्णिया में एक निजी स्कूल चलाने वाली 35 साल की महिला रुपम पाठक ने राजकिशोर केसरी पर बलात्कार का आरोप लगाया था...इस संबंध में पूर्णिया के खंजाचीहाट थाने में मामला भी दर्ज है...लेकिन विधायक राजकिशोर केसरी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था...हालांकि विधायक ने इन सभी आरोपों को निराधार करार दिया था...और इसे राजनीतिक प्रतिद्धदियों की साजिश बताई थी...जानकारी के मुताबिक इससे पाठक नाराज थी...मंगलवार सुबह तकरीबन दस बजे रुपम पाठक राजकिशोर केसरी से मिलने आई...रुपम पाठक महिला से अकेले में मिलना चाह रही थी...इसके बाद विधायक महिला को लेकर कुछ दूरी पर चले गए, जहां महिला ने विधायक पर चाकू से हमला कर दिया। महिला ने विधायक पर चाकू से कई वार किया, घायल हालत में विधायक को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। महिला ने चादर ओढ़ रखी थी जिसके भीतर उसने चाकू छुपाकर रखा था...जानकारी ये भी मिल रही है कि साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर को भी महिला और विधायक में झड़प हुई थी, जिसमें महिला ने विधायक को थप्पड़ मारा था...फिलहाल पूरे मामले पर संदेह की चादर बिछी हुई है...और जनता सच्चाई जानना चाह रही है...

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