21 नवंबर 2010 को पुलिस की लापरवाही से सिलेंडर विस्फोट में मारे गए 7 बच्चों और एक ग्रामीण की मौत का दर्द, मुआवजे के लिए दर दर भटक रहे हैं परिवार लेकिन प्रशासन का मुआवजा या नौकरी देने से इंकार, घटना के बाद सरकार ने पीड़ित परिवारों की मदद का वायदा किया था |
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